75 साल में भारत में रजिस्टर्ड हुए 75000 से ज्यादा स्टार्टअप, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने दी जानकारी
इस साल 15 अगस्त को भारत देश को अंग्रेज़ों से आजाद हुए 75 साल पूरे हो जाएंगे। इन 75 सालों में भारत ने काफी कुछ उपलब्धियां हासिल कर ली और देश को कई चीजों के मामले में दुनिया के विकसित देशों को कड़ी टक्कर देना लगा है। ऐसी ही एक चीज है वो स्टार्टअप है। जिसके मामले में भारत आज के दौर में दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ता देश हैं। भारत में रोजाना कई स्टार्टअप शुरू होते हैं। जो बड़ी ही तेजी से आसमान छूते है और पूरी दुनिया में भारत का नाम रोशन करते हैं। हाल ही में स्टार्टअप को लेकर केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने बड़ी जानकारी दी है।
केंद्रीय मंत्री ने दी जानकारी
केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि भारत अब 75,000 स्टार्टअप वाले देशों की श्रेणी में शामिल हो गया है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि इस स्टार्टअप्स से लगभग 8 लाख नए रोजगार सृजित हुए हैं। यह संख्या भारत के नए विजन की ताकत को दर्शाता है। भारत का यह नया विजन नए नवाचार और उद्यम की प्रगति को दिखाता है।
हर क्षेत्र में शुरू हो रहे स्टार्टअप
गोयल ने ट्वीट कर कहा की आजादी के 75वें साल में भारत में कुल 75,000 स्टार्टअप्स हैं और अभी तो यह शुरुआत है। वही वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने कहा कि लेटेस्ट 10,000 स्टार्टअप पिछले 156 दिनों में शुरू हुए हैं जबकि शुरुआत के 10,000 स्टार्टअप्स को शुरू होने में कुल 808 दिन लगे थे। मंत्रालय ने यह भी कहा कि 49 प्रतिशत स्टार्टअप् देश के टायर–1 और टायर–2 शहरों में शुरू किए गए हैं। इन स्टार्ट ऑफ़ में 12 प्रतिशत आईटी क्षेत्रों में, 9 प्रतिशत स्वास्थ्य देखभाल और जीवन विज्ञान के क्षेत्रों में, 7 प्रतिशत शिक्षा क्षेत्र में, 5 प्रतिशत पेशेवर और व्यवसायिक सेवा क्षेत्रों से लेकर कृषि क्षेत्रों में शुरू किया गया।
भारत बना तीसरा सबसे बड़ा ईको सिस्टम
पिछले 6 वर्षों में प्रत्येक साल 110 प्रतिशत से ज्यादा नए रोजगार पैदा हुए हैं।डिपार्टमेंट ऑफ प्रमोशन ऑफ इंडस्ट्री एंड इंटर्नल ट्रेड विभाग ने आजादी के 75वें साल में इन सभी 75,000 स्टार्टअप को मान्यता दी है। मंत्रालय ने 2015 में लाल किले से स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री द्वारा दिए गए भाषण को भी याद कराया। इस भाषण में प्रधानमंत्री ने घोषणा की थी कि देश में नवाचार और स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए और एक मजबूत इकोसिस्टम बनाने के लिए कार्य योजना शुरू की जाएगी। अब 6 वर्षों के बाद भारत ने तीसरी सबसे बड़ी स्टार्टअप इकोसिस्टम को तैयार कर लिया है।