मध्यप्रदेश के नगरीय निकाय चुनाव हुए समाप्त, छतरपुर की हिमानी घोष बनी प्रदेश की सबसे युवा पार्षद
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मध्यप्रदेश में पिछले दो महीनों से चल रही निकाय चुनाव की धूमधाम बुधवार को समाप्त हो गई। जहां बुधवार को दूसरे चरण के निकाय चुनाव के मतों की गिनती हुई। इसी के साथ के सभी जिलों, तहसीलों और गांव में लोगों ने सात साल बाद अपनी नयी सरकार चुन ली है। सात साल बाद हुए इस चुनाव में कई बदलाव देखने को और कई नए और युवा उभरते हुए युवा विजेता के रुप में सामने आए।
21 साल की उम्र में जीता पार्षद चुनाव
इसका सबसे बड़ा छतरपुर मे देखने को मिला। जहां छतरपुर नगर पालिका क्षेत्र के 40 वार्डों में एक भाजपा उम्मीदवार के रूप में जीत दर्ज करने वाली हिमानी घोष प्रदेश की सबसे कम उम्र की पार्षद बन गई हैं। शिवानी महज 21 साल की उम्र में पार्षद का चुनाव जीता है।प्रमाण पत्र देते समय कलेक्टर संदीप जी ने शिवानी को शुभकामनाएं दी और कहा कि नगर के विकास में सहयोगी बनें हमारी ओर से डबल शुभकामनाएं दी।
कलेक्टर ने दी शुभकामनाएं
प्रमाण पत्र देते समय कलेक्टर संदीप जी आर शिवानी को शुभकामनाएं दी और कहा कि नगर के विकास में सहयोगी बनें हमारी ओर से डबल शुभकामनाएं। कलेक्टर संदीप जी आर ने कहा कि महिला प्रत्याशी के रूप में इतनी कम उम्र में जनप्रतिनिधि बनना निश्चित रूप से नगर के लिए गौरव का विषय है।
जनत का आशीर्वाद मिला मुझे – हिमानी घोष
वहीं, नवनिर्वाचित पार्षद हिमानी घोष ने कहा कि वह शहर के वॉर्ड क्रमांक -11 से पार्षद चुनी गईं हैं। भाजपा, मेरा परिवार वॉर्ड और नगर की जनता का आशीर्वाद मुझे मिला है हम आभारी हैं। अब वॉर्ड की बेटियों, महिलाओं, वृद्धों, सभी वॉर्ड वासियों के हित में काम करेंगे।
नगर पालिका परिषद छतरपुर के निकाय चुनाव में वॉर्ड क्रमांक 11 से महिला पार्षद बनी हिमानी घोष ने सबसे कम उम्र की जनप्रतिनिधि बनने का गौरव हासिल किया है। हिमानी घोष ने कहा कि भाजपा मेरा परिवार है और स्थानीय नगर वासी हमें खूब दुलार करते हैं उनके आशीर्वाद के लिए हम आभारी हैं। नगर के विकास के लिए वह है सतत प्रयास करेंगे।
पिता ने भी सराहा
हिमानी के पिता नारायण सिंह घोष (मुन्ना) ने कहा कि उनकी तीन बेटियां हैं। शिवानी दूसरे नंबर की बेटी हैं। पर उन्हें कभी बेटे की कमी महसूस नहीं की, अपनी बेटियों को ही बेटा माना उन्हें भी किसी तरह की कमी और बंदिशें नहीं रहने दी। मेरी बेटियां ही मेरा बेटा हैं यही मेरा सबकुछ हैं। उनकी तमन्ना थी कि राजनीति करें तो इसलिए उन्होंने हिमानी को चुनाव लड़ाया।