कश्मीर में दिखी हिंदू-मुस्लिम की एकता की अनूठी मिसाल, कश्मीरी पंडितों ने किया हज यात्रियों का पारंपरिक स्वागत
भारत देश पूरी दुनिया में अपनी अनोखी संस्कृति के बारे में जाना जाता है। देश की एकता की मिसाल पूरी दुनिया में दी जाती है। भारत देश में सभी धर्म के लोग एक दूसरे के मिल जुल कर रहते हैं और सभी धर्मों के त्यौहारों को बड़ी ही धूमधाम से मनाया जाता है। साथ ही सभी धर्मों के रिति रिवाजों को भी माना जाता है। इसका ताजा उदाहरण हाल ही में भारत के स्वर्ग कहे जाने वाले कश्मीर में भी देखने को मिला। जहां हज से लौटे यात्रियों का स्वागत कश्मीरी पंडितों द्वारा किया गया।
145 लोगों का जत्था लौटा
दरअसल इस समय मुस्लिम धर्म के पवित्र स्थल मक्का – मदीना पर हज यात्रा जारी है। जहां भारत सहित दुनियाभर के मुस्लिम लोग यात्रा कर रहे हैं। इसी पवित्र यात्रा को पूरा कर 145 लोगों का जत्था हाल ही में कश्मीर के हवाई अड्डे पर पहुंचा। जहां उनका स्वागत वहां रहने वाले कश्मीर पंडितों ने आरती’ से किया, जिसके साथ ‘नात’ (इस्लाम के पैगंबर की स्तुति) थी। आपको बता दें साल 1989 में घाटी में हिंसा भड़कने के बाद पहली बार स्थानीय पंडितों ने अपने मुस्लिम भाइयों हज यात्रियों का इस तरह के पारंपरिक अंदाज में स्वागत किया। यह यह नजारा देखकर मौके पर मौजूद लोगों के आंसू छलक पड़े।
कई बड़े अधिकारी भी मौजूद रहे
इस दौरान कश्मीर के संभागीय आयुक्त पीके पॉल, मध्य कश्मीर के डीआईजी सुजीत कुमार, हज समिति के अधिकारियों और अन्य लोगों ने हवाईअड्डे पर यात्रियों का स्वागत किया। यात्रियों के लिए हवाईअड्डे पर पर्याप्त व्यवस्था की गई। वही हज यात्रियों को लेकर अंतिम उड़ान एक अगस्त को श्रीनगर हवाईअड्डे पर उतरेगी।