चुरू में देखने को मिली हिंदू- मुस्लिम की एकता की मिसाल, सड़क पर आए हिंदू परिवार को मुस्लिमों ने दिलाया नया घर
इस समय एक तरफ देश में जहां हिंदू और मुसलमानों के बीच हिंसक झड़पों की घटनाएं सामने आ रही हैं वहीं दूसरी तरफ कुछ लोग हिंदुस्तान की गंगा-जमनी तहज़ीब की हिफाज़त करने में भी लगे हुए हैं। यही कारण है कि आज भी देश में हिंदू मुसलमानों की एकता के कई उदाहरण देखने को मिलते हैं। हाल ही में एक ऐसा ही उदाहरण राजस्थान के चुरू में देखने को मिला है।
बच्चों के इलाज के कारण आए सड़क पर आया परिवार
जहां चुरू के वार्ड 58 में रहने वाले सनवर्मल शर्मा मानसिक रूप से विकलांग तीन बच्चों-एक बेटे और दो बेटियों के पिता हैं। उन्होंने अपने बच्चों के इलाज के लिए अपनी सारी पैतृक संपत्ति, घर और जमीन बेच दी। इसके बावजूद उनके बच्चों की सेहत में कोई सुधार नहीं हुआ। सनवर्मल शर्मा और उनकी पत्नी सरला शर्मा ने सब कुछ लुटा देने के बाद भी उम्मीद नहीं खोई।
मुस्लिम परिवार ने की 300 वर्ग जमीन की पेशकश
इस दौरान भी सनवर्मल ने हार नहीं मानी। लेकिन वें अपनी जमीन और सब चीजें बेचने के बाद सड़क पर आ गए। जिसके बाद उन्हें रहने के एक मकान भी नहीं बचा था। इस दौरान जब वार्ड नंबर 42 में मुसलमानों को उनकी स्थिति का पता चली तो वे सभी उनकी मदद के लिए आए। उन्होंने 80 हजार रुपए की मदद के साथ परिवार को 300 वर्ग जमीन की पेशकश की।
आवश्यक चीजें भी उपलब्ध कराई
वार्ड के लोगों ने न सिर्फ परिवार के रहने के लिए घर बनवाया बल्कि साथ ही उस परिवार के लिए घर में सभी आवश्यक चीजें उपलब्ध कराने की कोशिश में भी लगे गए। ताकि सनवर्मल की सारी खोई हुई चीजें एक बार फिर से वापस आ सके और भले ही उनके बच्चे ठीक न हो सके लेकिन एक बार फिर से आम जिंदगी जी सके।
नया घर बनाकर दिया
सनवर्मल के लिए मदद की शुरुआत की वॉर्ड नंबर 42 में रहने वाले इशाक खान ने की। उनके बेटे लतीफ़ ने सूफी साहब दरगाह के पास अपनी दो बीघा जमीन से 300 वर्ग जमीन परिवार के नाम कर दी। लतीफ़ ने अन्य लोगों की मदद से 80 हजार रुपए जुटाए। साथ ही उस परिवार के रहने के लिए एक कमरा भी बनवाया ताकि उनका परिवार उस घर में रह सके।