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सीहोर में यह व्यक्ति चलाता है खुद का एनिमेशन स्टूडियो, इनके पढ़ाए हुए बच्चे हाॅलीवुड की फिल्मों में भी मचा रहे धूम

कहते हैं यदि कोई व्यक्ति कुछ लक्ष्य हासिल करने का ठान लेते हैं तो चाहे कितनी भी विपरीत परिस्थितियां क्यों न हो व्यक्ति वह लक्ष्य हासिल करके ही दम लेता है कुछ ऐसी ही किया है मध्य प्रदेश के सीहीरो के रहने वाले कुमार संभव ने। जो अब सीहोर में खुद का एक एनीमेशन स्टूडियो भी चलाते हैं साथ ही कुमार एक एनिमेशन के शिक्षक भी है। जिनके पढ़ाए हुए छात्र हाॅलीवुड की बड़ी बड़ी फिल्मों में एनिमेशन का काम कर रहे हैं।

12वीं हुए दो बार फेल

कुमार संभव की कहानी बचपन से ही काफी रोचक रही हैं। कुमार के पिता मुंबई में आरबीआई बैंक में कार्यरत थे। कुमार की सीहोर से स्कूल की पढ़ाई चल रही थी। उन्होंने 10वीं कंक्षा बड़ी ही आसानी से कर ली। लेकिन 12वीं में उन्होंने पीसीएम विषय ले लिया। इसके बाद वें 12वीं में दो बार फेल हो गए।

मुंबई में शिक्षक ने सिखाए जीवन के मूल सिध्दांत इसके बाद उन्हें उनके पिता ने मुबंई पढ़ाई के लिए बुला लिया। जहां भी वे पढ़ाई में सफल नहीं रहे और उन्हें 10वीं के बाद मिले काॅलेज में उन्हें एक साथ 12 से अधिक विषयों मे एटीकेटी आ गयी। जिसके बाद उनके पिता ने कोचिंग के लिए एक टीचर ढूंढने को कहा। जिसके बाद वें एक हम उम्र महिला टीचर पढ़ाने को लिए लेकर आए। लेकिन उनके पिता ने उनको एक अच्छा शिक्षक ढूंढने को कहा, जो जीवन में उनको सही राह दिखा सके साथ ही उनके जीवन में उनको को कुछ सीखा सके। इसके बाद उन्होंने अपनी पढ़ाई के लिए मुबंई के प्रसिद्ध शिक्षक त्रिपाठी सर को ढूंढा। जिन्होंने कुमार को सभी विषयों के बारे में पढ़ाया साथ ही जीवन के कुछ नए मूल सिद्धांतों के बारे में भी बताया।

काॅलेज के बाद एनिमेशन की तरफ हुआ झुकाव

कुमार ने अपनी काॅलेज की पढ़ाई पूरी करने के बाद एनिमेशन की तरफ उनका झुकाव हुआ। उन्होंने एनिमेशन के बारे में जाना और एनिमेशन के बारे में सीखा। इसके बाद उन्होंने कुछ एनिमेशन की ट्रेनिंग लेने के बाद मुंबई के एक फेमस एनिमेशन कोचिंग देना शुरू की। जहां काफी बच्चों को एनिमेशन के बारे में सीखाया और उनके बारीकियों के बारे में बच्चों को बताया। उनसे बच्चे काफी प्रभावित हुए। कुमार बच्चों को पढ़ाने में इतने मग्न हो जाए करते थे कि वे कई बार बच्चों को पढ़ाने सुबह 5.30 बजे से बच्चों को पढ़ाते थे तो अगले दिन शाम तक। बच्चे उनके प्रति समर्पण से काफी खुश थे। लेकिन इसके बाद कुछ समय बाद वहां से उनकी नौकरी छूट गई।

उनके पढ़ाए हुए बच्चे हाॅलीवुड में मचा रहे धूम

इसके कुछ समय बाद उन्होंने अपनी मनचाही नौकरी पाने के लिए काफी संघर्ष किया। कई जगह इंटरव्यू दिए। कई कंपनियों और एनिमेशन कोचिंग इंट्टीयूट के लिए परीक्षा भी दी। लेकिन काफी संघर्ष करने के और काफी समय बाद उन्हें अपनी मनचाही नौकरी मिली। यह नौकरी उन्हें मुबंई के एक बहुत बड़े एनिमेशन स्टूडियो में मिली। जहां पर वे नौकरी पाने के लिए काफी संघर्ष कर रहे थे। उन्होंने कई सालों तक वहां नौकरी की। यहां भी बच्चे उनकी पढ़ाने के तरीके से काफी प्रभावित हुए। यहां उनके द्वारा पढ़ाए गए बच्चे आज के दौर में हाॅलीवुड की मारवल, हैरी पोटर जैसी बड़ी फिल्मों में एनिमेशन का काम कर रहे हैं।

सीहोर में शुरू किया खुद का स्टूडियो

कुछ समय उनके पिता आरबीआई बैंक से रिटायर हो गए और वें फिर से सीहोर आ गए। इसके कुछ समय बाद कुमार भी सिहोर आ गए। उन्होंने इस दौरान सोचा क्यों न अब खुद का ही एक स्टूडियो खोला जाए। जो अपने ही घर से चला सके। इसके बाद उन्होंने अपना स्टूडियो खोलने के लिए काफी मेहनत की। साथ ही कई लोगों की उन्होंने मदद भी ली। इसके कुछ समय बाद उन्होंने खुद का सीहीरो में एक VWS WORLD स्टूडियो नाम से खुद का स्टूडियो शुरू किया। जो बच्चों को एनिमेशन भी सीखाते है साथ ही कई बड़े क्लियांट के लिए वें एनिमेशन का काम भी करते हैं। आज के दौर में उनके 70 से अधिक क्लाइंट है।

लाना चाहते हैं कार्टून सीरीज

कुमार अपने एनिमेशन से गोपाल किड्स वर्ल्ड का एक प्लेटफार्म भी चलाते हैं। जिस पर वें बच्चों से जुड़े कार्टून के एनिमेशन बनाते हैं। जिनकी वीडियो बनाकर वें यू ट्यूब पर भी डालते हैं। कुमार आगे जाकर खुद का एक कार्टून सीरीज निकालना चाहते हैं। जिसके लिए वें काम कर रहे हैं। अनुभव के आधार पर लिखी किताबकुमार को किताबों का भी शौक है। वें स्वामी विवेकानंद से लेकर स्टीव जाॅब्स की किताबों पढ़ना पसंद करते हैं। उनका मानना है कि हर किसी व्यक्ति के जीवन में एक ऐसी किताब होती है। जो उसका जीवन बदल देती हैं। वें अब तक कई किताबें पढ़ चुके हैं। इसके अलावा आपको यह भी बता दे कि कुमार ने अनुभव के आधार पर एक किताब भी लिखी है। जिसका नाम ”How to reach Goals” है। यह किताब अमेजन पर भी उपलब्ध है। इस किताब में मात्र 90 पेज है। जिनमें उन्होंने जीवन के अनुभव के आधार पर लोगों को लक्ष्य हासिल करने के बारें में बताया है।

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