इंदौर के इस आर्टिस्ट ने बदली देश के रेलवे स्टेशनों की सूरत, गंदगी वाली जगह पर बना दी खूबसूरत पेटिंग्स
देशभर में पेटिंग्स को लेकर चर्चा की जाती है। इस समय पेटिंग्स के कई नए नए प्रकार भी सामने आ रहे जैसे वॉल पेटिंग, डिजिटल पेटिंग और आदि। इन पेटिंग्स से कई आर्टिस्ट कई जगहों की सूरत भी बदल रहे हैं। कुछ ऐसा ही काम कर रहे हैं इंदौर के रहने वाले आर्टिस्ट निलेश नागर। जो अपनी वॉल पेटिंग की कला से देशभर की रेलवे स्टेशनों की सूरत बदल रहे हैं।
कंपनी में काम छोड़कर शुरू की पेटिंग
निलेश शुरू से पेटिंग नहीं किया करते थे। वह एक कंपनी में काम करते थे। लेकिन उनके अंदर पेटिंग बनाने की कला थी। एक बार वह अपने दोस्त के साथ बिहार के पटना रेलवे स्टेशन से अपने घर को लौट रहे थे। उस दौरान उन्होंने स्टेशन पर देखा की। कि स्टेशन पर काफी गंदगी है। जगह जगह कूड़ा कचरा फैला हुआ है और कई लोग वही बैठने को मजबूर हैं। इसके बाद उन्होंने अपने दोस्त के साथ मिलकर सोचा की कि हमें यहां कचरा हटाना है। हमें स्वच्छता के लिए अच्छी अच्छी खूबसूरत पेंटिंग्स बनानी चाहिए।
आईडिया से रेल मंत्री को किया प्रभावित
यह सोचने के बाद उन्होंने इसके लिए प्रयास करना शुरू कर दिया। इसके बाद दोनों दोस्तों ने रेल मंत्री सुरेश प्रभु से मिलने की जुगत शुरू की। जिसके बाद कहीं जुगाड़ मंत्री सुरेश प्रभु के मप्र दौरे के दौरान वह दोनों कुछ समय के लिए मंत्री से मिल पाए। जिसके दौरान मंत्री उनके आईडिया से काफी प्रभावित हुए और उन दोनों को रतलाम रेलवे मंडल के डिविजनल ऑफिस से मिले। सीआरपीएफ से भी मिली मदद कुछ समय बाद उन्होंने डिविजनल ऑफिसर से भी मुलाकात की। जहां डिविजनल ऑफिसर ने उनसे प्रभावित होकर उन्हें एक दो नहीं बल्कि नौ रेलवे स्टेशनों का काम सौंपा। हालांकि इस दौरान उनके लिए एक चुनौती भी खड़ी हो गई। रेलवे ने उन्हें फंड देने से इन्कार कर दिया और कहा कि आप स्पॉन्सर खुद ढूंढे। इसके बाद जैसे तैसे उन्हें सीआरपीएफ की मदद से फंड मिला।
सीएम योगी ने भी की काम की तारीफ
सीआरपीएफ से फंड मिलने के बाद उन्होंने कुछ ही दिनों में देश के कई रेलवे स्टेशनों की सूरत बदल दी। जिसके बाद उन्हें अच्छा खासा पैसा भी मिलने लगा साथ ही उन्हें पहचान भी मिलने लगी। इसके कुछ समय बाद उन्हें भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या से फोन आया। उन्हें कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी अयोध्या आने वाले है। उनके आने के पहले आपको पूरी अयोध्या नगरी में पेटिंग करना है। जिसके बारे में सुनकर पहले तो निलेश ने मना कर दिया। लेकिन कुछ समय बाद हामी भरकर प्रोजेक्ट पूरा कर दिया। जिसके बाद उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने खुद उनकी तारीफ की।
नॉर्वे से भी मिला काम
इस काम के बाद निलेश की प्रसिद्धता और बढ़ गई। इसके बाद उन्हें देश और विदेश से वॉल पेटिंग के काम के ऑर्डर मिलने लगे। एक बार उन्हें नॉर्वे से भी काम के लिए फोन आया था लेकिन व्यस्तता के कारण उन्होेंने मना कर दिया।