इंदौर में हुआ स्टार्टअप काॅन्क्लेव का आयोजन, पीएम – सीएम ने युवाओं उद्यमियों के लिए की बड़ी घोषणाएं
देश में स्टार्टअप की संख्या बड़ी ही तेजी से आगे बढ़ रही है। देश में कई ऐसे शहर है जो स्टार्टअप्स हब बनते जा रहे हैं। इनमें से एक ऐसा ही शहर है, मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर। जिसे प्रदेश और देश में स्टार्टअप हब के रूप में विकसित किया जा रहा है। इसी सबंध में शहर में शुक्रवार को स्टार्टअप काॅन्क्लेव का आयोजन किया गया। जिसमें प्रदेश सरकार के द्वारा युवाओं उद्यमियों के लिए स्टार्टअप पोर्टल लांच किया। साथ ही इस काॅन्क्लेव में शहर और प्रदेश के उद्यमियों के लिए कई नई और बड़ी घोषणा की गई। इस काॅन्क्लेव में पीएम मोदी वर्चुअली बतौर अतिथि के तौर पर जुड़े। आईये जानते है इस काॅन्क्लेव के बारे में और विस्तार से।
काॅन्क्लेव का उद्देश्य
इस काॅन्क्लेव का आयोजन मध्यप्रदेश सरकार के द्वारा इंदौर के ब्रिलियंट कान्वेंशन सेंटर में किया गया। इस काॅन्क्लेव का आयोजन प्रदेश सरकार की कुटीर एवं उघोग आयोग की निति के तहत किया गया। काॅन्क्लेव में शहर और प्रदेश के युवा उद्यमी शामिल हुए। जिन्होंने स्टार्टअप के बारे में सरकार और लोगों को बताया। काॅन्क्लेव में शहर और प्रदेश के उद्यमियो के अलावा प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, सांसद शंकर लालवानी, प्रदेश के कुटीर एवं उघोग मंत्री ओम प्रकाश सकलेचा, जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट, पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर सहित शहर की कई राजनितिक हस्तियां काॅन्क्लेव में मौजूद रही। इन सबके अलावा देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली से वर्चुअली जुड़े। इस काॅन्क्लेव का मुख्य उद्देश्य प्रदेश में स्टार्टअप्स को बढ़ावा देना था साथ ही इंदौर को स्टार्टअप का हब बनाना था।
काॅन्क्लेव में लगे स्टार्टअप्स के स्टॉल
काॅन्क्लेव में एक ओर सभी उद्यमी सीधे तौर पर मिले राजनेताओं से वही दूसरी ओर काॅन्क्लेव में स्टार्टअप स्टाॅल की व्यवस्था की गई। जिसमें शहर और प्रदेश के कई उद्यमियो ने अपने स्टाॅल लगाए। इन स्टाॅल्स के माध्यम से युवाओं ने लोगों को अपने स्टार्टअप से रूबरू कराया और लोगों को उनके स्टार्टअप के बारे में जानकारी दी। इस दौरान कुछ स्टाॅल्स पर तो काफी भीड़ रही। लेकिन कुछ स्टाॅल्स पूरी तरह खाली नजर आए।
कुछ स्टार्टअप बने चर्चा का विषय
इस काॅन्क्लेव में कई स्टार्टअप के उद्यमी शामिल हुए थे। लेकिन कुछ स्टार्टअप पूरे काॅन्क्लेव में चर्चा का विषय बन गए। इनमें से ही एक स्टार्टअप था सौरभ और दिलीप जैन का स्टार्टअप। ये दोनों बाप बेटे है। इन दोनों का स्टार्टअप काॅनफेंसरी आइटम का है। इनके द्वारा ही देश और प्रदेश भर में चाकलेट, चिप्स, बिस्कुट जैसी चीजों में खिलौने लाने का कॉन्सेप्ट आया है। ये दोनों ही बाप बेटे ने अपने स्टार्टअप की शुरुआत साल 2016 में की थी। आज इनके स्टार्टअप का टर्नओवर 400 करोड़ रुपये हैं।
एक और स्टार्टअप जो पूरे काॅन्क्लेव में चर्चा का विषय रहा। वो था इंदौर के ही प्रयास सक्सेना का स्टार्टअप। प्रयास ने अपने स्टार्टअप की शुरुआत किसानों को खेती में होने वाली समस्याओं का निपटारा करने के लिए किया था। प्रयास ने अपने स्टार्टअप के माध्यम से खेतों में कीटनाशक की दवाई ड्रोन के द्वारा छिड़कवाना शुरू की। ताकि कीटनाशक के छिड़काव के दौरान न ही खेती को नुकसान पहुंचे और न ही किसानों को किसी भी तरह की समस्या का सामना करने पड़े। स्टार्टअप के फाउंडर प्रयास बताते हैं कि शुरुआत में स्टार्टअप में निवेश की जरूरत लगी। जहां प्रदेश सरकार के द्वारा हमारी मदद की गई। उन्होंने बताया कि ड्रोन बेचने के वजह हम ड्रोन प्रदाता है। हम एक एकड जमीन में कीटनाशक का छिड़काव करने का चार्ज 500 रूपये करते हैं। जो किसानों के लिए भी ज्यादा नहीं होता है।
सीएम ने किया संबोधित
इस काॅन्क्लेव को प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी संबोधित किया। जहां सीएम ने संबोधन करते हुए कहा कि मप्र में आज स्टार्टअप का पूरा इको सिस्टम तैयार किया है। मेरा संकल्प है रोजगार | हर महीने रोजगार दिवस मनाते है। अब मप्र का नौजवान स्टार्टअप के क्षेत्र में नई उड़ान भरने को तैयार है। मप्र में विकास का पूरा इको सिस्टम तैयार है। एमएसएमई की नई नीति लागू की है। चावल को लेकर नई नीति ला रहे हैं। इलेक्ट्रिक व्हीकल की नीति भी लेकर हम आ रहे हैं। मप्र में स्टार्टअप इको सिस्टम को तैयार करने का 2016 में प्रयास शुरू किया था। इस नीति के कारण इस स्टार्टअप का इको सिस्टम बना। 700 करोड़ की फंडिंग आ चुकी है। प्रदेश के कोने-कोने से स्टार्टअप संचालित हो रहे हैं।
बड़ी घोषणाएं
इंदौर और भोपाल को स्टार्टअप हब के तौर पर विकसित किया जाएगा।
प्रदेश में एक जिले में एक उत्पाद पर काम होगा।
इंदौर में दिल्ली से कम स्टाम्प ड्यूटी लगेगी।
मध्यप्रदेश स्टार्टअप पोर्टल लांच हुआ।
प्रदेश में नई स्टार्टअप निति लागू होगी।
पीएम ने वर्चुअली किया संबोधन
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कार्यक्रम में वर्चुअल जुड़े। मोदी ने कहा कि स्टार्टअप हमें कठिन चुनौती का सरल समाधान देता है। आज कृषि और रिटेल बिजनेस आदि के क्षेत्र में नए स्टार्टअप सामने आ रहे हैं। दुनिया में भारत के स्टार्टअप की प्रशंसा होती है। आठ साल पहले तक जो स्टार्टअप शब्द कुछ गलियारों में ही चर्चा का हिस्सा था, वह आज सामान्य भारतीय युवा के सपने सच करने का माध्यम कैसे हो गया, यह अचानक नहीं आया। एक सोची समझी रणनीति, स्पष्ट लक्ष्य निर्धारित दिशा का परिणाम है। आज देश में जितनी प्रोएक्टिव स्टार्टअप नीति है उतना ही परिश्रमी स्टार्टअप नेतृत्व भी है। इसलिए देश एक नई युवा ऊर्जा के साथ विकास को गति दे रहा है।
पीएम ने युवा उद्यमियों से की सीधे बात
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार शाम वीडियो कांफ्रेंसिंग से मप्र की स्टार्टअप नीति का शुभारंभ किया। पीएम ने बटन दबाकर वित्तीय सहायता वितरित की। उन्होंने स्टार्टअप पोर्टल का शुभारंभ भी किया। पीएम मोदी ने इंदौर के तनुतेजस सारस्वत से बात की। शॉप किराना के संस्थापक तनुतेजस सारस्वत ने बताया कि साढ़े तीन साल पहले तीन दोस्तों ने किराना दुकानों का सप्लाय चेन सिस्टम सुधारने के मकसद से स्टार्टअप की शुरुआत की थी। उनके साथ दीपक धनोतिया और सुमित घोरावत एक ऐसा बिजनेस टू बिजनेस माडल लाना चाहते थे, जिसमें सीधे कंपनियों से माल लेकर दुकानों को 24 घंटे में डिलीवर किया जा सके। इन्होंने ये कर दिखाया। छह राज्यों के 30 शहरों की एक लाख खुदरा दुकानों और पांच करोड़ उपभोक्ताओं तक स्टार्टअप ने पहुंच बनाई। 10 हजार व्यक्तियों को प्रत्यक्ष रोजगार दिया। स्टार्टअप का कारोबार 800 करोड़ रुपये सालाना है। जापान और भारत के प्रमुख स्टार्टअप निवेशकों से करोड़ों रुपये की फंडिंग मिल चुकी है। पीएम मोदी ने तौसीफ खान और भोपाल की स्टार्ट अप उमंग श्रीधर से भी बात भी।
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