75 करोड़ की नौकरी शुरू किया खुद का स्टार्टअप, अब बना देश का 101वां यूनिकॉर्न स्टार्टअप
पूर देश में दो साल का कोरोनाकाल खत्म होने के बाद एक बार फिर से पूरी क्षमता के स्कूल कोचिंग सहित अन्य शिक्षण संस्थान खुल गए। जिसका असर सीधे तौर पर आनलाईन चल रहे प्लेटफार्म पर पड़ रहा है। जिसके कारण देश में कई आनलाईन एजुकेशन प्लेटफॉर्म बंद हो गए। लेकिन इसी के बीच एक आनलाईन एजुकेशन प्लेटफार्म ने इतिहास रच दिया है। इस प्लेटफार्म का फिजिक्स वाला है। जो हाल ही 100 करोड़ रूपये से ज्यादा की फंडिंग जुटा करा देश का 101वां यूनिकॉर्न स्टार्टअप बना है।
75 करोड़ की नौकरी ठुकरा कर शुरू किया स्टार्टअप इस स्टार्टअप की शुरुआत अलख पांडेय ने की थी। जो इंजीनियरिंग कॉलेज में पढ़ाई कर रहे थे। महज 22 साल की उम्र में उन्होंने कॉलेज की पढ़ाई बीच में छोड़ दी और वापस अपने होमटाउन इलाहाबाद लौट गए। इलाहाबाद लौटने के बाद पांडेय ने फिजिक्स पढ़ाना शुरू कर दिया। अलख पांडेय अपने शहर में फिजिक्स पढ़ाकर महज 5 हजार रुपये महीने ही कमा पाते थे। उसी दौरान उन्हें एक अन्य एडुटेक कंपनी अनएकैडमी ने पांडेय को 75 करोड़ रुपये की नौकरी ऑफर की थी। पांडेय ने गरीब बच्चों को पढ़ाने के अपने लक्ष्य के चलते उस ऑफर को ठुकरा दिया था।
बना देश का 101वां यूनिकॉर्न स्टार्टअप
पांडेय का एक ऐसी कंपनी शुरू चाहते थे। जिससे एक रिक्शाचालक भी अपने बच्चे को पढ़ाकर डॉक्टर बनाने का सपना पूरा कर सके। पांडेय ने इस सपने को ध्यान में रखकर फिजिक्सवाला की शुरुआत की। पांडेय पहले किसी को भी अपने स्टार्टअप में निवेश करने से रोकते थे। वे सोचते थे कि इससे उन पर दबाव पड़ेगा। हालांकि अब उन्होंने प्लान में बदलाव किया है और इन्वेस्टर्स से पैसे जुटा रहे हैं। यही कारण है कि यह स्टार्टअप हाल ही में देश का 101वां यूनिकॉर्न स्टार्टअप बना है।
कई बच्चों ने पास की प्रतियोगी परीक्षा
अगर फिजिक्स वाला के जुड़े तथ्यों के बारे में बात करें तो कंपनी एनईईटी और जेईई जैसे कोर्स के लिए तैयारियां करवाती है। साल 2020 – 21 में इस लर्निंग सेंटर ने 10000 से अधिक बच्चों को एनईईटी और जेईई की पास करवाई। फिजिक्सवाला ऐप के 52 लाख डाउनलोड हैं। वहीं इसके यूट्यूब चैनल के 69 लाख सब्सक्राइबर हैं। इसके अलावा 16 शहरों में कंपनी के ऑफलाइन लर्निंग सेंटर है। फिजिक्सवाला के 1900 कर्मचारी और 500 से ज्यादा टीचर हैं।
भविष्य को लेकर स्टार्टअप की योजना
भविष्य की योजनाओं को लेकर फिजिक्सवाला के सह-संस्थापक अलख पांडे ने कहा था कि वो इस फंड का इस्तेमाल कारोबार को बढ़ाने, ब्रांडिंग, छोटे शहरों में ऑफलाइन लर्निंग सेंटर खोलने करेगा। कंपनी अपने के-12 विस्तार पर आक्रामक रूप से आगे बढ़ेगी। के-12 से यहां तात्पर्य किंडरगार्डन से कक्षा 12वीं से है। साथ ही उन्होंने ये भी कहा था कि कि कंपनी एग्जीक्यूटिव एजुकेशन में भी कदम रखेगी।