पारले फिर बना पूरे भारत की पसंद, लगातार 10वीं साल बना भारत का सबसे ज्यादा चुना जाने वाला ब्रांड
भारत में बहुत ही ऐसे कम लोगों होंगे जिन्होंने बचपन में पार ले ना खाया हो। भारत में लगभग हर दूसरे बच्चे ने अपने बचपन में एक ना एक बार पारले बिस्कुट जरूर खाया होगा। अब भले ही वह पुराने बच्चे बड़े हो गए हो। लेकिन पारले जी का दबदबा अब भी पूरे भारत में बना हुआ और यही कारण है कि वह लगातार 10वें साल भारत में सबसे ज्यादा चुना जाने वाला ब्रांड बना।
हाल ही में आयी कांतार इंडिया की वार्षिक ब्रांड फुटप्रिंट रिपोर्ट के अनुसार, घरेलू बिस्किट ब्रांड पार ले 2021 में भारत में तेजी से बढ़ते कंज्यूमर प्रोडक्टमें सबसे ज्यादा चुना जाने वाला ब्रांड बना रहा। पारले लगातार दसवें साल रैंकिंग में टॉप पर रहा।
2021 में सबसे ज्यादा चुना गया पारले
रिपोर्ट ने कंज्यूमर रीच प्वाइंट्स के आधार पर 2021 के सबसे ज्यादा चुने जाने वाले एफएमसीजी ब्रांड्स को जगह दी है। सीआरपी को कंज्यूमर की तरफ से की गई वास्तविक खरीद और एक कैलेंडर ईयर में इन खरीदारी के फ्रीक्वेंसी के आधार पर मापा जाता है। कांतार की ब्रांड फुटप्रिंट रैंकिंग का यह 10वां साल है।
पारले ने की 14% सीआरपी की बढ़ोत्तरी
पारले के बाद लिस्ट में अमूल, ब्रिटानिया, क्लिनिक प्लस और टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स दूसरे टॉप ब्रांड हैं। 6531 (मिलियन) के सीआरपी स्कोर के साथ, पारले लगातार 10वें साल रिकॉर्ड बनाते हुए शीर्ष स्थान पर है। पारले ने पिछले साल की रैंकिंग की तुलना में सीआरपी में 14% की बढ़ोतरी दर्ज की। इस बीच, अमूल का सीआरपी 9% बढ़ा, जबकि ब्रिटानिया का सीआरपी एक साल पहले की तुलना में मौजूदा रैंकिंग में 14% बढ़ा।
हल्दीराम की बिलियन सीआरपी क्लब में हुआ शामिल
इस बीच, पैकेज्ड फूड ब्रांड हल्दीराम बिलियन सीआरपी क्लब में शामिल हो गया और 24वें नंबर पर टॉप 25 रैंकिंग में एंट्री की। अनमोल (बिस्किट और केक ब्रांड) भी सीआरपी क्लब में शामिल हो गया। सीआरपी में बढ़ोत्तरी की रिपोर्ट करने वाले ब्रांडों की संख्या में 2021 में 2021 में सुधार हुआ। इसके लिए महामारी की दूसरी लहर के बाद बेहतर गतिशीलता को कारण माना जा सकता है।
स्नैक्स ब्रांड में भी हुई बढोत्तरी
इस बीच, सीआरपी में तेज बढ़ोतरी से बड़े ब्रांडों को फायदा हुआ। रिपोर्ट में कहा गया है, “बड़े ब्रांड यानी 61% से ज्यादा एंट्री लेवल वाले, 2020 में 8% से ज्यादा की बढ़ोतरी के साथ सबसे तेजी से बढ़े हैं।” कुछ स्नैकिंग ब्रांडों में 30% से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई। इसमें बालाजी में 49% की बढ़ोतरी हुई। इसके बाद कुरकरे में 45% और बिंगो में 37% की बढ़ोतरी हुई। बेवरेज ब्रांड्स के भीतर, नेसकैफे ने सीआरपी में 19% का इजाफा दर्ज किया और उसके बाद बूस्ट ने 15% की बढ़ोतरी दर्ज की।