रतन टाटा ने 25 वर्षीय युवक के स्टार्टअप में किया निवेश, निवेश की वजह जानकार हैरान हो जाओगे आप
भारत के दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा अक्सर सुर्खियों में रहते हैं कभी वें कोरोनाकाल में दिए अपने दान के कारण सुर्खियों में थे। तो कभी वें देश के किसी व्यक्ति की मदद करके सुर्खियों में आए थे। अब रतन टाटा एक बार सुर्खियों में आए हैं। एक बार फिर उन्होंने देश में एक व्यक्ति की मदद की है। वो भी किसी बुजुर्ग की नहीं बल्कि एक 25 वर्षीय युवक की। जिसके कारण इस समय में वें काफी सुर्खियां बटोर रहे हैं।
स्टार्टअप गुडफेलोज में किया निवेश
रतन टाटा ने 25 वर्षीय युवक के वरिष्ठ नागरिकों को सेवा के रूप में सहयोग देने वाले स्टार्टअप गुडफेलोज में निवेश की घोषणा की है। हालांकि, निवेश की रकम के बारे में जानकारी नहीं दी गई है। आपको बता दें कि टाटा समूह से रिटायरमेंट के बाद से रतन टाटा, कई स्टार्टअप में पैसे लगा चुके हैं।
25 वर्षीय शांतनु नायडू ने स्थापना की
इस स्टार्टअप की स्थापना शांतनु नायडू ने की है। कॉर्नेल विश्वविद्यालय से पढ़ाई करने वाले 25 वर्षीय नायडू टाटा के कार्यालय में हैं और 2018 से टाटा की सहायता कर रहे हैं। यह स्टार्टअप वरिष्ठ नागरिक ग्राहकों के साथी के रूप में ‘काम’ करने के लिए युवा स्नातकों को काम पर रखता है। कंपनी मुंबई में अपने बीटा चरण में पिछले छह महीनों से 20 बुजुर्गों के साथ काम कर रही है और आगे पुणे, चेन्नई और बेंगलुरु में सेवाएं देने की योजना बना रही है।
रतन टाटा ने स्टार्टअप की तारीफ की
रतन टाटा ने इस स्टार्टअप की तारीफ की और कहा कि जब तक आप वास्तव में बूढ़े नहीं हो जाते, तब तक किसी को भी बूढ़े होने का मन नहीं करता। उन्होंने यह भी कहा कि एक अच्छे स्वभाव वाला साथी हासिल करना भी एक चुनौती है।
नायडू ने भी टाटा के पढे़ कसीदे
वहीं, स्टार्टअप के मुखिया नायडू ने रनत टाटा को एक बॉस, एक संरक्षक और एक मित्र के रूप में संबोधित करते हुए बताया कि दुनिया में पांच करोड़ बुजुर्ग हैं, जो अकेले हैं। नायडू ने कहा कि वह पूरे देश में विस्तार करना चाहते हैं, लेकिन गुणवत्ता से समझौता किए बिना धीमी गति से आगे बढ़ना पसंद करेंगे।