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Diwali 2022: भारत के इस शहर में बनते हैं सबसे ज्यादा पटाखे, हर साल बनते हैं 50 हजार टन से ज्यादा पटाखे

पटाखा उत्पादन के मामले में भारत दुनिया में दूसरे स्थान पर आता है। पहले स्थान पर चीन आता है। जहां हर साल लाखों की संख्या में पटाखों का उत्पादन होता है।

हिंदू धर्म के सबसे बड़े त्यौहार दीवाली में कुछ ही दिन बचे हुए हैं। इस बार दीवाली का त्यौहार 24 अक्टूबर यानि आने वाले सोमवार को मनाया जाएगा। इस दिन देशभर में लोग अलग अलग ढंग से दीवाली का त्यौहार मनाएंगे। दीवाली के इस त्यौहार पर पटाखों का खास महत्व होता है। सभी जगह लक्ष्मी पूजन के बाद फटाखे फोड़े जाते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह फटाखे भारत के कौन-से शहर में और कैसे बनते हैं। यदि आप नहीं जानते हैं तो आज हम आपको इस लेख में पटाखों के बारे में विस्तार से बताने जा रहे हैं।

सबसे ज्यादा पटाखे बनते हैं शिवकाशी
वैसे तो देश के कई शहरों में पटाखों का उत्पादन किया जाता है लेकिन भारत देश में सबसे ज्यादा पटाखों का उत्पादन तमिलनाडु के शिवकाशी जिले में किया जाता है। जहां 50 हजार टन का पटाखा उत्पादन होता है। ऐसा माना जाता है कि देश में पटाखा उत्पादन का आधा हिस्सा शिवकाशी का ही है।

शिवकाशी का मुख्य व्यवसाय पटाखा उत्पादन
वही आपको बता दें कि शिवकाशी में पटाखा उत्पादन मुख्य व्यवसाय है। यही वहां के ज्यादातर लोगों के रोजी-रोटी का साधन है। इसीलिए दीवाली के बाद जब पटाखे की डिमांड कम होती है तो यहां के मजदूरों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। कई मजदुर अपने गांव वापस लौट जाते है। शिवकाशी शहर पटाखों के आलावा माचिस का सबसे बड़ा विनिर्माण केंद्र है।

दो भाईयों ने शुरू किया था उत्पादन
वह अगर हम शिवकाशी और पटाखों के उत्पादन के इतिहास की बात करें तो शिवकाशी में पटाखों का उत्पादन का श्रेय नडार भाईयों को जाता है। शिवकाशी के नडार भाईयों (षणमुगम नडार और अय्या नडार) ने 1922 में कोलकाता से माचिस बनाने की कला सीखी और फिर लौट आए।इन्होंने इसके बाद माचिस की एक छोटी सी फैक्ट्री लगाई। जहां कारोबार जम जाने के बाद दोनों सहमति के साथ 1926 में अलग हो गए। इसके बाद दोनों ने पटाखे बनाने का काम शुरू किया। आज दोनों की कंपनियां (स्टैंडर्ड फायर वर्क्स और श्री कालिश्वरी फायर वर्क्स) देश की दो सबसे बड़ी पटाखा निर्माता कंपनियां मानी जाती हैं।

हम उम्मीद करते हैं कि इस लेख के माध्यम से आपको पटाखों के बारे में काफी कुछ जानने को मिलेगा। जो आपको आगे भी काम आएगा। यह लेख आपको कैसा लगा। इसके बारे में आप हमें कमेंट बॉक्स में लिखकर जरूर बताए।

Arpit Kumar Jain

Arpit Kumar Jain is a Journalist Having Experience of more than 5+ Years | Covering Positive News & Stories | Positive Action & Positive Words Changes the Feelings
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