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1. उदयगिरी केव्स उदयगिरि की गुफाएँ भोपाल से 58 विदिशा जिले में स्थित है।यह 20 गुप्त-युग की गुफाओं और मठों का एक समूह है, जो एक चट्टानी पहाड़ी से उकेरा गया है, बीस चट्टानों को काटकर बनाई गुफाओं में से एक जैन धर्म और बाकी हिंदू धर्म को समर्पित है। इन गुफाओं में हिंदू देवताओं विष्णु, दुर्गा और शिव की प्रतिमाओं को उकेरा गया है। बीस चट्टानों को काटकर बनाई गुफाओं का ऐतिहासिक हिंदू अनुष्ठान स्थल है।उदयगिरि की गुफाएँ में शताब्दियों के उदयगिरी शिलालेख हैं। जो ऐतिहासिक घटनाओं, धार्मिक विश्वासों और भारतीय लिपि के विकास को मजबूत आधार दिया करते हैं।
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2. रालामंडल हिलटॉप इंदौर शहर के पास एक खूबसूरत पगडंडी है, जो आपको रालामंडल वन्यजीव अभयारण्य में गहराई तक ले जाती है। यहां का अद्भुत दृश्य मन की शांति पाने के लिए अद्भुत जगह है और हरे-भरे वातावरण इस स्थान के परिवेश को बनाते हैं जो न केवल हरे हैं बल्कि अत्यधिक विविध हैं और साथ ही जानवरों, पक्षियों और पौधों की कई अलग-अलग प्रजातियों का पता लगाने के लिए हैं। यह पार्क काले हिरण, चीते, चीतल आदि जैसे जानवरों के लिए जाना जाता है।
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3 अहिल्या देवी फोर्ट महेश्वर के अहिल्या घाट पर स्थित 80 के दशक के इस किले में कई बॉलीवुड फिल्मों की शूटिंग की गई है। इस किले में आपको कई मंदिर देखने को मिलेंगे जिसकी दिवारे बोहोत ही सुंदर कारीगरी से बनाई गई है और दीवारों पर की गई नक्काशी इसे और भी आकर्षित बनाती है। किले से नर्मदा नदी का बोहोत ही सुंदर और मनमोहक दृश्य देखने को मिलता है।
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4 कालाकुंड इंदौर से 30 किमी दूरी पर स्थित घने जंगल, पहाड़ी, रेल के बोगदों को पार करते हुए घुमावदार रास्ते कालाकुंड को बेहद खूबसूरत बनाते है। यहां खेल-खलिहान भी हैं तो जंगल और जंगली जानवर भी। यहां एडवेंचर स्पोर्ट्स के शौकीन लोग नाइट कैंपिंग का मजा भी ले सकते हैं और स्टार गेजिंग का भी।
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5 घुघवा नेशनल फॉसिल पार्क मध्यप्रदेश के डिंडोरी जिले से 70 किमी दूर स्थित एक अनोखा नेशनल पार्क घूघवा नेशनल फॉसिल पार्क स्थित है। यहां आज भी हजारों वर्षों पुराने जीव - जंतु और पेड़ पौधों के जीवाश्म का संग्रह हैं। इस उद्यान का नाम घुघवा राष्ट्रीय जीवाश्म उद्यान है। 75 एकड़ भूमि के क्षेत्र में फैले इस उद्यान में लगभग 65 लाख साल पुराने पौधे,फल,पत्ते और बीजों के जीवाश्म का संग्रह हैं।
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6 चंदेरी मध्यप्रदेश का चंदेरी शहर काफी प्रसिद्ध ऐतिहासिक शहर है। यहां गुप्त, प्रतिहार, गुलाम, तुगलक, खिलजी, अफगान, गौरी, राजपूत और सिंधिया जैसे कई वंशों ने शासन किया है। यहां बुन्देलों और मालवा के सुल्तानों की बनवाई, कई इमारतें आज भी यहां देखी जा सकती है चंदेरी बुन्देलखंडी शैली की साड़ियों के लिए भी काफी प्रसिद्ध है।यहां स्त्री और सुई धागा जैसी कई बड़ी फिल्मों की शूटिंग हो चुकी है।
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7 नरवर फोर्ट मध्यप्रदेश के शिवपुरी जिले में स्थित नरवर का किला इसका नाम महाभारत काल के राजा नरवर नल के नाम पर रखा गया है। यह प्राचीन किला 500 फीट ऊंची विन्ध्याचल पर्वत की पहाड़ी पर बना हुआ है। इस किले को बुंदेलखंड का पहला किला भी माना जाता है। इस किले को राजा नल और दमयंती की प्रेम कहानी के कारण भी पहचाना जाता है।किले के आसपास से बड़ा ही अलौकिक और दुर्गम दृश्य देखने को मिलता हैं।
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