देश का सबसे स्वस्छ शहर इंदौर, पिछले पांच सालो से देश में स्वछता में तो परचम लहरा ही रहा है ,इसके साथ ही इंदौर शहर अब दिन ब दिन विकास की नई इबारत भी लिख रहा है। अब जल्दी ही इंदौर के विकास में एक और नई कड़ी जुड़ने वाली है। हाल ही में इंदौर को एक बड़ी बहुत सौगात मिली है। देश के सबसे शहर इंदौर के रेलवे स्टेशन का जल्द ही कायपलट होने वाली साथ ही इंदौर की रेलवे स्टेशन को एक नई बिल्डिंग भी मिलने वाली है ,आगे आइए जानते कैसा होगा भविष्य में देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर का रेलवे स्टेशन।
2000 करोड़ रुपये आएगी लागत
इस स्टेशन को पीपीटी मॉडल के तर्ज पर बनाया जाएगा। इस स्टेशन को बनाने में लागत 2000 करोड़ रुपये के आस पास आएगी। इस स्टेशन को प्रदेश की राजधनी भोपाल के रानी कमलपति स्टेशन से भी बेहतर बनाया जाएगा, साथ ही जो खामियां रानी कमलपति स्टेशन में रहे गयी थी, उन्हें भी दूर किया जाएगा। स्टेशन पर रेल यात्रीयों को एयरपोर्ट जितनी अत्याधुनिक सुविधाएं मिलेगी।
यात्रियों को मिलेगी कई सुविधाएं
इंदौर का यह रेलवे स्टेशन इंटरनेशनल स्टैण्डर्ड का होगा, स्टेशन पर यात्रियों के लिए शॉपिंग मॉल , रेस्टोरेंट , गेस्ट हाउस , दुकाने सहित कई आधुनिक सुविधाएं मिलेगी। साथ ही स्टेशन पर यात्रीयों के लिए रात्रि विश्रम गृह भी बनाया जायेगा ताकि जो यात्री से बाहर से यात्रा करके आये, वो स्टेशन पर ही विश्राम कर सके। इसके अलावा स्टेशन पर अंडरग्राउंड पार्किंग भी बनाई जाएगी ताकि जो लोग यात्रीयों को छोड़ने स्टेशन पर आये, वें लोग अपने वाहनों को सुरक्षित पार्क कर सके।
12 हजार यात्री प्रति घंटे कर सकेंगे यात्रा
इस रेलवे स्टेशन के कायपलट की योजना आने 50 सालों के मद्देनजर रख कर की गयी है। इस हाई टेक स्टेशन के अंदर होटल, मॉल्स, लॉजिंग, बोर्डिंग जैसी बेहतरीन सुविधाएं तो रहेगी साथ ही स्टेशन के बाहर यात्रियों को सरवटे बस स्टैंड, मेट्रो, एयरपोर्ट से दोनों ओर की कनेक्टिविटी भी आसानी से मिलेगी। आने वाले भविष्य में स्टेशन पर 12 हजार यात्री प्रति घंटे के हिसाब से मूव कर सकेंगे। इस लिहाज से ही रेलवे स्टेशन की डिजाइन बनाई गई है।
निर्माण कार्य से ट्रेनें नहीं होगी प्रभावित
इस रेलवे स्टेशन के कायापलट करने की पूरी जिम्मेदारी पश्चिम रेलवे पर होगी। स्टेशन को लगभग 3 साल में बनकर तैयार होने की उम्मीद है। इस दौरान खास बात यह रहेगी कि स्टेशन पर कार्य के दौरान कोई भी ट्रेन किसी तरह से प्रभावित नहीं होगी। फिलहाल स्टेशन के नाम को लेकर कोई जानकारी नहीं दी गई। हालांकि स्टेशन के भीतर इंदौर के इतिहास और ऐतिहासिक स्मारकों का भी सौंदर्यीकरण किया जाएगा। ताकि इंदौर के बारे में ज्यादा से ज्यादा लोगों को पता चल सके। इस स्टेशन के बाद शहर की दूसरी स्टेशन लक्ष्मीबाई स्टेशन का कायापलट किया जाएगा।
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