अमरनाथ यात्रा के दौरान कचरे और प्लास्टिक का स्वाहा करेगा, देश के सबसे स्वच्छ शहर का स्टार्टअप
इस बार दो साल बाद एक बार अमरनाथ की यात्रा शुरू होने जा रही है। पाछले दो सालों से कोरोना वायरस के कारण अमरनाथ यात्रा की संभव नहीं हो पा रही थी। लेकिन देश में कोरोना वायरस के बाद सही हुए हालातों के बाद अब एक बार फिर यात्रा शुरू होने जा रही है। जहां इस साल यात्रा के दौरान दो से ढाई लाख लोगों के आने की संभावना है। इस यात्रा को प्लास्टिक मुक्त बनाने का जिम्मा जम्मू-कश्मीर सरकार ने इंदौर के युवा स्टार्टअप कंपनी को सौंपा। इस कंपनी का नाम स्वाहा है। जो प्लास्टिक का संग्रहण कर लोगों को उपहार के तौर पर कचरे से बनी खाद सौंपेंगे।
इसको लेकर स्वाहा के को-फाउंडर समीर शर्मा ने बताया कि यात्रा के सभी बेस कैम्प, लंगर, भंडारे सहित अन्य तरह से निकलने वाले कचरे को वॉलेंटियर एकत्र करेंगे। सेग्रीगेशन के बाद ऑर्गेनिक खाद बनाई जाएगी। अन्य कचरे को री-साइकिल किया जाएगा। स्वाहा की टीम ने वहां काम शुरू कर दिया है। वेस्ट मैनेजमेंट से जुड़ी मशीनें व अन्य उपकरणों का पूरा सेटअप 30 जून तक तैयार हो जाएगा।
देश के 9 शहरों में वेस्ट मैनेजमेंट का काम कर रहे रोहित अग्रवाल, ज्वलंत शाह और समीर का स्टार्टअप अमरनाथ यात्रा को स्मोक फ्री करने के लिए सोलर कांसंट्रेटर्स लगाएगा। इसका इस्तेमाल पानी गर्म करने, खाना पकाने, चाय-दूध गर्म करने से लेकर मैगी बनाने में भी होगा। सभी बैस कैम्प में यह लगेंगे। जम्मू कश्मीर ग्रामीण विकास विभाग सचिव मनदीप कौर का कहना है कि इस बार अमरनाथ यात्रा को कचरा मुक्त रखने और पर्यावरण संरक्षण के मकसद से खास तैयारी है।
क्या है स्वाहा स्टार्टअप
यह एक कचरा को निपटारे करने का स्टार्टअप हैं। जो अपनी ”मोबाइल बेस्ट प्रोसेसिंग यूनिट” से कचरे का निपटार कर और उसका खाद बनाते हैं। इस स्टार्टअप के फाउंडर आईटआईटी इंदौर के छात्र रोहित अग्रवाल, ज्वलंत शाह और समीर वर्मा है। इस स्टार्टअप की नींव 29 जून 2016 को रखी गई थी। वर्तमान में यह स्टार्टअप देश के कई शहरों में कचरा संगहण और निपटारे का काम करता है।